अब पुनः दस बजे जागने लगे हैं. ;-P
दिन : शुक्रवार, 26-6-10
स्थान : हनुमान मन्दिर
समय : रात्रि के साढ़े ग्यारह
व्यक्ति : बस दो (एक प्रभु हनुमानजी और दूसरा उनका भक्त राजीव)
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आज का दिन जोश से भरा हुआ था. सीधी सी बात है कि कल सब गडबड कर दिए थे तो आज तो सुधार दिखने ही थे. ;-P
आज हनुमानजी को एक दोना बुनिया लाकर दिए. सब कुछ प्रसन्नतापूर्वक बीत गया.
हमने अपनी आज की दिनचर्या उनको प्रस्तुत की, जो इस प्रकार से थी :-
1. सुबह 10:00 बजे तक उठ जाना.
2. 12:50 बजे तक ब्रश करना.
3. 1:25 बजे तक चाय पीना.
4. 2:20 बजे तक स्नान करना.
5. 2:50 बजे तक भोजन करना.
6. 12:10 बजे तक व्यायाम करना. -१६, ५ डिप्स.
7. 12:40 बजे तक रात्रि-भोज करना.
8. रात्रि 2:00 बजे तक सो जाना.
हनुमानजी संतुष्ट दिखे.
पर हम कब प्रभु से मिलने जायेंगे यही विचार करते हुए हम शांतिपूर्वक हनुमान जी के सामने से उठे......
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.घूमे.
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और मंदिर के बाहर................
4 comments on "अब पुनः दस बजे जागने लगे हैं. ;-P"
0 तिरुपति बालाजी के दर्शन और यात्रा के रोमांचक अनुभव – १० [श्रीकालाहस्ती शिवजी के दर्शन..] (Hilarious Moment.. इंडिब्लॉगर पर मेरी इस पोस्ट को प्रमोट कीजिये, वोट दीजिये
मज़ा कौन कर रहा है. ;-)
चलिये माना कि हम ही मजे लूटते हैं पर हम तो दस बजे ही उठ पाते हैं, आप तो मजे लूटने के लिये सुबह ही उठ लेते हैं.
हा हा हा
और हाँ, मजे लूटने से बड़ा कोई काम है क्या जीवन में. !!!