पथ-प्रदर्शक ही भाग खड़ा हुआ !!
स्थान : हमारा घर.
समय : रात्रि 4:00 बजे.
व्यक्ति : एक हम, दूसरे हनुमानजी पर उनकी उपस्थिति छाया रूप में है !!
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1. 3:10 बजे तक उठ जाना.
2. 3:40 बजे तक चाय पीना.
3. 4:20 बजे तक लैट्रिन जाना.
4. 4:55 बजे तक ब्रश करना.
5. 5:55 बजे तक व्यायाम करना - 4 डिप्स.
6. 6:40 बजे तक स्नान करना.
7. 7:40 बजे तक भोजन करना.
8. 12:00 बजे तक रात्रिभोज करना.
9. 3:40 बजे तक सो जाना.
बड़ा लफड़ा हो गया भाई !
एक को खोज रहे थे, वह तो मिला नहीं, उलटे पथ-प्रदर्शक ही भाग खड़ा हुआ !!
अब उसी को खोजते फिर रहे हैं !!
अरे ! हनुमान जीsssss !!
कहाँ हो दीनानाथ !!
दर्शन दो महाराज !!
आप लोग भी प्रार्थना करिये........ मगर सच्चे मन से.
4 comments on "पथ-प्रदर्शक ही भाग खड़ा हुआ !!"
भाग जाना था तो आने की जरुरत क्या थी.
हाल पूछा भी नही हाल बताया भी नही,
ऐसे ही भाग जाना था तो आने की जरुरत क्या थी.
आंधियां आती है आएँगी ये यकीं था तुमको,
फिर भला विश्वास दिलाने की जरुरत क्या थी,..